ब्यूरो रिपोर्ट दिल्ली : आज की बात से सब परचित है और कई लोग प्रतिदिन ना गलती करने पर भी दूसरो की बेवकुफी झेलते है बात आज उनकी हो रही है जो शराब पीते है खुले शब्दो मे नशेड़ीयो की । लघभग हर परिवार मे कोई ना कोई पीने वाला होता है जिसकी वजह से पूरा परिवार झेलता है बदनामी भी झेलता है । अगर इस समस्या से लड़ना है तो दो रास्ते तो अपनाने ही अपनाने है जिससे शायद ये समस्या खत्म तो नही होगी पर तकलीफे कम हो सकती है ।
पहली बात हमे ऐसे व्यक्ति को अपने परिवार से त्याग देंना चाहिये सुनने मे थोड़ा अटपटा लगता है लेकिन ये एक रास्ता है परिवार से उस व्यक्ति को हटाने से एक बार कष्ट जरूर होगा लेकिन आप रोज वाले कष्ट और बदनामी से बच सकते है क्योकी परिवार के एक सदस्य की वजह से पूरा परिवार आय दिन नई परेशानियों से परेशान होता है जिस दिन के दिमाग ये बैठ गया कि पीने से मेरा घर से रिश्ता खत्म हो जाएगा तो
सब नही लेकिन ये जरूर है की सुधार आयेगा और परिवार भी तनाव मुक्त हो सकता है । दूसरी बात ज्यादा अहम है इसमे माँ बाप परिवार कि पूरी गलती है वो जानते होते है कि उनका लड़का नशा करता है तब भी वह यह बात छिपा कर उसकी शादी करवा देते है लड़के की जिँदगी तो खराब है पर जानबुझकर लड़की की जिँदगी खराब करना कहा का न्याय है शादी के बाद पत्नी से मारपीट करना गाली गलौज करना और इन सबके जिम्मेदार माँ बाप और परिवार है । फिर बच्चों को जन्म देते है और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करते है ।
अभी भी समय है सब लोग सम्भल जाओ नही तो आने वाला समय नही झेल पाओगे मेरा ये लिखने का मतलब केवल इतना था की नशेड़ीयों की गलती परिवार क्यू झेले उसकी चुपचाप शादी कराकर लड़की को भी घुटन मे फँसा देंना और आने वाले बच्चों का भविष्य को खराब करना कहा का न्याय है।
संगीता अग्ग्रवाल (राष्ट्रीय अध्यक्ष) राष्ट्रीय एन जी ओ महासंघ