महासंघ ने केंद्र सरकार से संस्थाओं को आर्थिक सहायता के लिए आवाज़ बुलंद की
ब्यूरो रिपोर्ट दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 20 लाख करोड़ की आर्थिक घोषणा की गई, किसानों को, गरीब महिलाओं को एवं जरूरतमंद परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है लेकिन शायद वर्तमान के दृष्टिकोण में जो सबसे ज्यादा समाज सेवा में अग्रसर है वह है समाज सेवी संगठन अर्थात एनजीओ, लेकिन उनका किसी भी तरह का आर्थिक लाभ ना मिलना यह दुखद लगता है क्योंकि उनको आर्थिक सहायता की बजाएं नीति आयोग ई-मेल द्वारा पत्र प्राप्त हुआ जिसका तात्पर्य था कि अपने क्षेत्रों में समाज सेवा में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें, यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा यह भी घोषणा की जाती की संस्थाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी | जिससे कि वह अपने क्षेत्रों में जरूरतमंद लोगों की सहायता आसानी से कर सकें तो इससे समाज में संस्थाओं का भी हौसला बढ़ता और वह इस कोरोना महामारी में बढ़-चढ़कर समाज सेवा में हिस्सा लेती एवं बिना किसी रूकावट के जरूरतमंद लोगो की मदद कर पाती, सभी संस्थाओं का बजट इस समय लगभग समाज सेवा करते करते खत्म हो गया है ऐसे में केंद्र सरकार द्वारा संस्थाओं के खातों में आर्थिक सहायता पहुंचाने का प्रयास सर्वोपरि होना चाहिए एवं जब तक लॉक डाउन का प्रकम जारी है तब तक हर महीने सभी सक्रिय संस्थाओं के खातों में कुछ ना कुछ आर्थिक सहायता जरूर पहुंचनी चाहिए।–
संगीता अग्ग्रवाल (राष्ट्रीय अध्यक्ष) राष्ट्रीय एन जी ओ महासंघ