खरगोन: राष्ट्रीय एन जी ओ महासंघ व सुभाषचंद्रा फाउंडेशन से संम्बद्ध खुशहाली सेवा संस्थान द्वारा शहर में जल संचयन की फिर एक नई पहल की शुरूआत की गई। हाल ही में संबंधित विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक जलाशयों में जल का स्तर 17 फीसदी ही शेष बचा है। ग्रीष्म में भीषण गर्मी के कहर को देखते हुए देश मे जल संचयन व संरक्षण की आवश्यकता है।अतः संस्था के एच आर मैनेजर द्वारा इस विकट परिस्थिति को देखते हुए जल संचयन का महत्व बताया गया। आशाधाम कॉलोनी के शिव मंदिर प्रांगण में संस्था के सुपरवाइजर हरीश गोहर जी के नेतृत्व में जल संचयन की प्रक्रिया को पूर्ण करवाया गया। इवेंट मैनेजर अंशुल भालसे द्वारा बताया गया कि यह जल मंदिर के बोरिंग में जोड़ा गया है। जिससे वर्षा का सारा पानी मंदिर की छत से बोरिंग में एकत्रित हो जाएगा जिससे जल स्तर में वृद्धि होगी और कॉलोनी वासियों को जल की कमी का सामना नही करना पड़ेगा। अध्यक्ष डॉ. श्वेता चौधरी व संस्था के सदस्य राहुल मंडलोई, विभा भावसार व भावना सोनी ने कहा कि हर नागरिक को भी जल संचयन व संरक्षण के लिए जागरूक होना चाहिए। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में राकेश सुल्ताने, तुषार गोयल, कुलदीप सिंह तोमर , राहुल भाई प्लम्बर का योगदान भी रहा।संस्था द्वारा अन्य स्थानों पर भी जल संचयन करने की प्रक्रिया सतत चल रही है। राष्ट्रीय एन जी ओ महासंघ द्वारा दिए गए टास्क ३ को पूरा करने वाली सामाजिक संस्थाओं को पुरुष्कृत करने की घोषणा की गयी है I टास्क ३ के अंतर्गत सभी सम्बद्ध सामाजिक संस्थाओं को वर्षा जल संरक्षण का कार्य सम्पादित करने का आग्रह किया गया था I जल्द ही मानसून की दस्तक के साथ इस प्रकार के कार्यों से वर्षा जल को सहेजने कार्य निर्धरित किया गया था |
खुशहाली सेवा संस्थान द्वारा जल संचयन के लिए लगवाया रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम